Diya Jethwani

Add To collaction

लेखनी कहानी -02-Jul-2023... एक दूजे के वास्ते... (19)

थोड़ी देर बाद उसके कमरे के पीछे की साईड से लगी खिड़की से रिषभ भीतर आया। वो रश्मि को ऐसे देख कर मुस्कुराने लगा। वो बड़े ही आराम से मुस्कुराता हुआ दरवाजे तक आया जो भीतर से बंद था ओर उसे खोल दिया। बाहर खड़ा मोहन भी तुरंत अंदर आ गया। ओर दोनों एक दुसरे के गले लगकर कहकहे लगाने लगे। 


कैसी रही पापा....? 

मान गए बेटा...। तेरे बेहोशी के पाउडर की टाइमिंग भी बहुत खुब रहीं....।@@@ बेहोश हुई भी बिल्कुल समय पर....।
हाहाहा.......चल....अभी देर मत कर ओर जिस काम के लिए आए हैं वो कर लेते हैं। 

आपने आंटी ओर रोहित का कमरा बाहर से बंद कर दिया है ना, ओर दोनों के मोबाइल भी बंद कर दिए है ना....? 


हां बेटा। 
अब समय मत गवां। 
मुझे तो इसे देखते ही पुरे जिस्म में करंट सा दौड़ने लगता है। सच में भगवान ने इसे बड़ी फुर्सत में बनाया होगा। मुझसे तो कंट्रोल नहीं हो रहा है। 


 ऐसी बात है तो इस बार पहले आप ही शुभारंभ कर दिजिए पापा...। 
 
तु सच कह रहा है.....? 

हां पापा। क्योंकि मै इसके साथ वो हश्र करूँगा जिसके बाद ये कुछ करने के लायक ही नहीं रहेगी.....। 
आप अपना काम किजिए तब तक मैं बाहर खड़ा नजर रखता हूं......ओर इस बार हाथ से जाने ना पाए।

 
बेटा तेरे पापा इतने भी कमज़ोर नहीं है कि बेहोश पड़ी लड़की को भी हाथ से गवां दे.....। 

रिषभ उनके गले लगता हुआ कमरे से बाहर आ गया। 

मोहन धीरे धीरे रश्मि के करीब आया ओर उसके उपर चढ़ गया। बेहोश पड़ी रश्मि को कुछ पता नहीं था कि उसके साथ क्या हो रहा है। थोड़ी देर अपनी मनमानी करके मोहन उठा ओर अपने कपड़े उतारने लगा। 

दुसरी ओर अलका रश्मि को लेकर अब परेशान होने लगी.....। 
इतनी देर हो गई अब तक तो आ जाना चाहिए था रश्मि को। 
वो मन ही मन सोच रही थी। 


दुसरी ओर मोहन पुरी हैवानियत पर ऊतर आया था। 
उसने साथ लाई शराब की बोतल खोली ओर पीने लगा। 

दुसरी ओर अलका ने परेशान होकर रोहित को फोन किया पर उसका फोन बंद आ रहा था.....। फिर उसने रश्मि को फोन किया तो वो भी बंद आ रहा था.....। अलका कि टेंशन अब बढ़ने लगी.....। 



उसने बिना समय गवाएं अकेले ही मोहन के घर जाने का फैसला किया.....। उसे डर भी लग रहा था पर फिर भी उसने जाना जरूरी समझा.....। 


मोहन अभी भी शराब की बोतल लेकर बैठा था। 
रिषभ ने बाहर से आवाज दी।। 
पापा हो गया आपका....? 



 नहीं बेटा शबाब का असली मजा शराब के साथ ही आता है। अभी तो सिर्फ चखा ही है। 


रिषभ ये सुनकर अंदर आ गया....। 

क्या पापा आप भी अभी तक सिर्फ चखने पर ही अटके हैं.....। आप अपनी शराब खत्म किजिए तब तक मैं... 


 तुझे भी चखना है तो चख ले पर काम तमाम तो पहले मै ही करूँगा। 


रिषभ हंसते हुए :- ठीक है पापा। चख तो लुं मै भी....। 

वही अलका मोहन के घर आने के लिए निकल गई.....। 
डरते डरते वो थोड़ी ही देर में घर के बाहर पहुंची। 
हिम्मत करके वो अंदर आई तो  उसने देखा ऊपर के कमरे का दरवाजा खुला हुआ था। वो कमरा रश्मि का ही था जिसे रिषभ ने खोला था.....। 
अलका बिना कुछ सोचे उस खुले हुए कमरे कि तरफ बढ़ने लगी.....। 


अंदर रिषभ ने मोहन से कहा :- वाकई में पापा नशा तो बहुत हैं इसमें ......सिर्फ चखने भर से ही कोई भी अपने होश खो दे....। आप से कहा नहीं होता तो आज भी हर बार की तरह पहला शगुन में ही करता। इतना कहकर रिषभ हंसने लगा। 
अभी आइये आप जल्दी से करीए जो करना है क्योंकि अब कंट्रोल मुझसे भी नहीं हो रहा। 
मोबाइल तो सेट कर लिया है ना आपने.....? 


हां......। चल अभी हट। बाहर जा अभी तु। 


रिषभ ने कहा -ठीक है। वो ऐसा कहकर उल्टे कदम लेता हुआ। मुस्कुराता हुआ बाहर जाने लगा।। दरवाजे तक पहुँचते ही जैसे ही वो पलटा अलका से जा टकराया जो उसी तरफ आ रही थी। 
टकराते ही दोनों नीचे गिर गए.....। 


रिषभ चिल्लाया तुम कौन हो.....? 


उसकी आवाज सुनकर मोहन भी रूक गया ओर उठ कर बाहर आ गया....। 


अलका कुछ बोलती उसके पहले उसकी नज़र रश्मि पर पड़ी जो सोफे पर अधनग्न अवस्था में बेसुध सोई हुई थी...। 
अलका तुरंत भागते हुए उसके पास आई ओर उसे ऐसे देख कर रोने लगी। वो समझ गई थी कि वहाँ क्या हो रहा था। 
अलका रश्मि के गालो पर थपकी मार कर उसे अपनी गोद में लेकर उठा रही थी। 
रश्मि प्लीज उठो रश्मि। 


वही रिषभ ओर मोहन ये सब देखकर बोखला गए। 
मोहन- ए लड़की कौन हैं तु.....। ओर यहाँ मेरे घर कैसे आई.....। तु अंदर कैसे आ सकती हैं.....। चल निकल जल्दी यहाँ से उठ। वरना धक्के देकर निकलवाउंगा.....। 


कम ओन पापा.......। क्या आप भी.......ऊपर वाला खुद हमारी झोली भर रहा हैं.......ओर आप हो कि ऐसे बात कर रहे हो।

 
 क्या मतलब....! 


 अभी एक नहीं दो दो रासलीला साथ में होगी.....। 


अलका ये सब सुनकर घबरा गई। वो समझ गई थी उनके इरादे। 
इससे पहले की रिषभ या मोहन कुछ करने के लिए आगे बढ़ते अलका ने रश्मि को सोफे पर वापस लिटाया ......। 


रिषभ ओर मोहन दोनों अब अलका की तरफ बढ़ रहे थे। 
अलका भी कुछ देर रुकी फिर उन दोनों की ही ओर खुद ही जाने लगी.....। 


 अरे वाह पापा......ये पंछी तो खुद हमारी ओर आ रहा हैं......। 
 
अलका की नजरें पीछे दरवाजे पर थी जो उसके सामने था ओर उन दोनों के पीछे। 

अलका जब उनके बिल्कुल पास आ गई तो रिषभ  उसे लपक कर पकड़ने के लिए जैसे ही आया......अलका झट से झुक गई ओर दरवाजे की तरफ़ भागी......। 


रिषभ ओर मोहन कुछ समझ पाते या संभलते तब तक अलका बाहर तक आ गई, उसने जल्दी से दरवाजा बाहर से बंद किया ओर रोहित रोहित चिल्लाती हुई पुरे घर के कमरे देखने लगी। 
इधर रिषभ ओर मोहन दोनों दरवाजे तक आए तो दरवाजा बंद देख कर घबरा गए। 


रिषभ ने आव देखा ना ताव जल्दी से उसी खिड़की के पास आया ओर वही से जाने लगा। 

तभी मोहन ने उसे रोका ओर कहा :- रिषभ मैं कैसे बाहर आउंगा। मोहन ने झट से अपने कपड़े पहने ओर बोला रुक रिषभ पहले मुझे जाने दे। 

रिषभ ने मोहन पर चिल्लाते हुए कहा:- आप कैसे आओगे यहाँ से । पहले मुझे जाने दो....। 


तो फिर मैं कहा से आऊं...? 


वो सब मैं नहीं जानता अभी मुझे यहाँ से जाने दिजिए वरना आपकी हर अय्याशी की रिकॉर्डिंग हैं मेरे पास...... रोहित को सब बता दूंगा....। 


 तु अपने बाप को धमकी दे रहा है....? 

बाप।!! छोडिये अभी पापा.....आज मैं जैसा भी हुं सब आपकी वजह से हूँ। 
अभी मेरे रास्ते से हटीए.....। 


ऐसा कहकर रिषभ खिड़की से बाहर भाग गया। 
मोहन वही खड़ा उसकी बातों को सोच रहा था। 
कुछ देर ऐसे ही खड़े रहे फिर कुछ सोच कर भाग कर कमरे में बने वाशरूम में जाकर छिप गये। 
इतनी ही देर में अलका रोहित के साथ रश्मि के कमरे में  आ गई.....। 


रोहित ने रश्मि को ऐसे देखा तो खुद पर काबू नहीं कर पाया ओर पास ही लगे आईने पर अपने हाथ दे मारे। उसके हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गए....। आइना चकनाचूर हो गया था....। 


अलका ने उसे संभालते हुए कहा :- ये वक़्त होश खोने का नहीं होश से काम लेने का हैं। 
अपने आप को संभालो प्लीज....। 


कैसे संभालु....। मैंने वादा किया था .....रश्मि से .....उस पर आंच नहीं आने दुंगा.......फिर भी मेरे होते हुए ये सब....। 


सर अपने आप को संभालो ओर अभी मैं जैसा कहती हूँ......वैसा करो प्लीज....। 


रोहित के हाथों से खुन की धार बह रही थी पर वो रश्मि को अपनी बांहों में लेकर बस उससे माफी मांगे जा रहा था ओर रोए जा रहा था। 


अलका ने रोहित को चुप कराया ओर बोली-:- प्लीज अभी मेरी बात सुनों। 


___________________________________________________

आखिर अलका क्या करना चाहती थीं...!! 
रोहित क्या करेगा अब मोहन के साथ....!! 

जानने के लिए अगले भाग का इंतजार करें....। 



   17
1 Comments

Gunjan Kamal

06-Aug-2023 06:25 AM

बेहतरीन भाग

Reply